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जे.एस. हिंदू पीजी कॉलेज अमरोहा एवं वैश्विक संस्कृत मंच उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन




आज दिनांक 17 अगस्त 2024 को संस्कृत विभाग जे.एस. हिंदू पीजी कॉलेज अमरोहा एवं वैश्विक संस्कृत मंच उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग पन्द्रह प्रदेशों के सौ से अधिक विद्वानों ने भाग लिया।
संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत सप्ताह महोत्सव-2024 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विद्यार्थियों के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसी क्रम में प्राचार्य प्रोफेसर वीरवीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृत की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत वैदिक मंगलाचरण एवं राष्ट्रीय प्रार्थना के साथ किया गया। बतौर मुख्य वक्ता आदर्श वैदिक विद्यालय, नगला सिनौली, बागपत के संस्कृत प्रवक्ता एवं विख्यात संस्कृत कवि डॉ. अरविंदकुमार तिवारी ने ‘अर्वाचीन संस्कृत साहित्य में राष्ट्रचेतना’ विषय पर अपना वैदुष्यपूर्ण व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि 1857 से लेकर स्वतंत्रता प्राप्ति तक संस्कृत के अनेक विद्वानों एवं कवियों ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। अरविंद घोष सदृश क्रांतिकारियों ने जेल की यातनाएं सहते हुए भवानीभारती जैसे उत्कृष्ट काव्य की रचना की। वासुदेव द्विवेदी, पंडिता क्षमाराव, अप्पाशास्त्रिराशिवडेकर, रामनाथप्रणयी, अम्बिकादत्तव्यास आदि अनेक संस्कृत कवियों ने स्वतंत्रता आंदोलन में उल्लेखनीय योगदान दिया। अनेक कवियों ने अन्योक्तिपरक, क्रान्तिकारियों की जीवनीपरक तथा नाटक आदि लिखकर ब्रिटिश सरकार को चुनौती दी। मुख्य वक्ता डॉ. तिवारी ने अनेक कविताओं एवं श्लोकों के उद्धरण देते हुए संस्कृत के विद्वान कवियों के स्वतंत्रता आंदोलन में अवदान को रेखांकित किया तथा इस विषय विस्तृत शोध की आवश्यकता जतायी। इस अवसर पर हिंदी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर बीना रूस्तगी ने द्विवेदीयुगीन हिंदी कवियों की रचनाओं का उल्लेख करते हुए स्वाधीनता आंदोलन में उनके अवदान पर चर्चा की। संस्कृत के साथ हिन्दी काव्य की एकरूपता दर्शाते हुए उन्होंने संस्कृत विभाग के प्रयासों तथा डॉ. अरविन्द तिवारी के वक्तव्य की सराहना की। वैश्विक संस्कृत मंच उत्तर प्रदेश की अध्यक्षा प्रोफेसर तुलसी देवी ने कहा कि संस्कृत और संस्कृति भारत की दो प्रतिष्ठाएं हैं। एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हमें संस्कृत की ओर लौटना होगा। इस अवसर पर वैश्विक संस्कृत मंच के राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजेश कुमार मिश्र ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। वैदिक शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर नवनीत बिश्नोई, राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. सविता एवं डॉ. पीयूष कुमार शर्मा, राजकिशोर शुक्ला, नीरज त्यागी, डॉ. एन.पी. मौर्य डॉ. राजनलाल, डॉ. शिवमगन, शिवानी गोयल, विकास मोहन श्रीवास्तव, विजय यादव आदि प्राध्यापक तथा संस्कृत के शोधछात्र एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों समेत वैश्विक संस्कृत मंच के 15 प्रदेशों के संस्कृत विद्वान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्कृत विभाग के प्रभारी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि जे.एस हिन्दू कॉलेज अमरोहा के संस्कृत विभाग द्वारा प्रतिवर्ष संस्कृत सप्ताह महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें विद्यार्थियों की भाषण, गीत, श्लोकोच्चारण एवं श्लोक अन्त्याक्षरी आदि प्रतियोगितायें तथा आमन्त्रित विद्वानों के व्याख्यान व संगोष्ठी आदि आयोजित की जाती हैं।