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जे.एस. हिंदू (पी.जी.) कॉलेज अमरोहा में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा प्रायोजित जनपद स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन




आज दिनांक 21 अगस्त 2024 को जे.एस. हिंदू (पी.जी.) कॉलेज अमरोहा में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा प्रायोजित जनपद स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर वीर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से संस्कृत के प्रति विद्यार्थियों की रुचि बढ़ेगी तथा उन्हें प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम संयोजक डॉ.अरविंद कुमार ने बताया कि जनपद के लगभग दर्जन भर विद्यालयों के 75 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसमें संस्कृत वाचन, संस्कृत सामान्य ज्ञान तथा संस्कृत गीत प्रतियोगिता कराई गई।
इन प्रतियोगिताओं में से गीत प्रतियोगिता में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज अमरोहा की काव्या सिंधु ने प्रथम, सनातन धर्म माध्यमिक संस्कृत विद्यालय गजरौला के संचित शर्मा ने द्वितीय तथा श्रीमती सुखदेवी इंटर कॉलेज हसनपुर अमरोहा की छात्रा नंदिका राव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। संस्कृत वाचन प्रतियोगिता में के.पी. इंटर कॉलेज शादपुर अमरोहा के विद्यार्थियों ने ही तीनों स्थान क्रमशः सोफिया ने प्रथम आंचल ने द्वितीय तथा हिमांशी चौहान ने तृतीय प्राप्त किया। संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में सनातनधर्म माध्यमिक संस्कृत विद्यालय गजरौला की छात्रा श्वेता ने प्रथम, ज्ञान भारती इंटर कॉलेज, गजरौला की छात्रा रिया भाटी ने द्वितीय तथा अक्सा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा प्रथम स्थान प्राप्तकर्ता को 1000 द्वितीय को 800 तथा तृतीय को 700 रुपये का पुरस्कार उनके खाते में प्रदान किया जाएगा। साथ ही आयोजन स्थल पर उन्हें संस्कृत संस्थान का प्रमाण पत्र प्रतीकात्मक चेक तथा ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। इनमें से प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्तकर्ता विद्यार्थी मंडलस्तरीय प्रतियोगिता में अगले माह प्रतिभाग करेंगे और मंडलस्तर के विजेता प्रतिभागी राज्य स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेंगे। श्रीमद्दयानंद आर्ष कन्या गुरुकुल चोटीपुरा की शिक्षिका सीता आर्या, वीरांगना अवंती बाई राजकीय कन्या महाविद्यालय बरेली के डॉ. रिंकू कुमार, किसान उपकारक इंटर कॉलेज बावलपुर बांसली संभल के खेमराज शर्मा आदि निर्णायक रहे।
साथ ही इस मौके पर महाविद्यालय में चल रहे संस्कृत सप्ताह महोत्सव के अंतर्गत आज संस्कृत अध्ययन की स्थिति एवं भविष्य (राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में) विषय पर गोष्ठी भी आयोजित हुई। जिसमें विचार व्यक्त करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा की नई शिक्षा नीति के प्रावधानों से संस्कृत अध्ययन की स्थिति में सुधार की अनेक संभावनाएं हैं। विद्यार्थियों को संस्कृत में निहित ज्ञान विज्ञान के गूढ रहस्याओं को सीखने के लिए इस भाषा को अवश्य पढ़ाना चाहिए। सनातन धर्म संस्कृत माध्यमिक विद्यालय के सेवानिवृत प्रधानाचार्य डॉ. कृष्ण अवतार शर्मा ने बताया कि संस्कृत विशाल शब्दराशि का अगाध भंडार है, जिसके माध्यम से अनेक अर्थों को एक शब्द के माध्यम से तथा एक अर्थ को अनेक शब्दों के माध्यम से आसानी से व्यक्त किया जा सकता है। दयानंद आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, मुरादाबाद की असिस्टेंट प्रोफेसर अंजलि उपाध्याय ने आधुनिक संस्कृत कविता पर अपने विचार व्यक्त किये।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर डॉ. नवनीत बिश्नोई, शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजकिशोर शुक्ला, डॉ. रश्मि उपाध्याय, डॉ.आभा सिंह, विकास मोहन श्रीवास्तव, अमित भटनागर, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ.राजीव कुमार, डॉ. अनुराग कुमार पांडेय, शिवमगन सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ. पीयूष कुमार शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक विद्यार्थी, संस्कृत के अध्ययनरत छात्राओं समेत प्रतिभागियों के अभिभावक व शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता में विद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर वीर वीरेंद्र सिंह ने की तथा संचालन संयोजक डॉ. अरविंद कुमार ने किया।