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राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा चलाया गया प्रशिक्षण कार्यक्रम




राष्ट्रीय आपदा मोचक बल, गृहमंत्रालय द्वारा जेएस हिंदू पीजी कॉलेज,अमरोहा में Familiarisation Exercise (FAMEX) जन-जागरण कार्यक्रम दिनांक 22.11.2022 को सुदर्शन सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वीर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि संघर्ष और आपदा जीवन का अभिन्न अंग है जिनके लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। इससे भी आवश्यक यह है कि हमें आपदा से निपटने के तरीके और विधियों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए आज का यह प्रोग्राम पूर्णतया इसी विषय पर आधारित है।
भारत में आपदाओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार में 'नोडल मंत्रालय' गृह मंत्रालय (एमएचए) है।

जब 'गंभीर प्रकृति की आपदाएं' आती हैं, तो केंद्र सरकार राज्य के अनुरोध पर सशस्त्र बलों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तैनाती सहित प्रभावित राज्य को सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होती है। संचार, वायु और अन्य संपत्तियां, जो उपलब्ध और आवश्यक हैं।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के अंतर्गत स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम, मेडिकल फर्स्ट एड, रोगी को लाने ले जाने की व्यवस्था, सीपीआर, ब्लड कंट्रोल, लिफ्टिंग एंड मूविंग, तात्कालिक स्ट्रेचर तैयार करना, आपदा के समय और बाद विभिन्न आपदा प्रबंधन के तरीके आदि के संबंध में लगभग 2 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह ने आपदा प्रबंधन से निबटने के सभी तरीकों और विधियों की बड़े ही सारगर्भित और औचित्य पूर्ण तरीके से चर्चा की। इस अवसर पर एनसीसी रोवर्स रेंजर्स और एनएसएस के स्वयंसेवकों ने पूर्ण मनोयोग के साथ सहभागिता की। हृदय गति रुकने पर रोगी के प्रति किए जाने वाले उपचार और क्रियाविधि में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अवसर पर सब इंस्पेक्टर पवन कुमार, सी.टी. लोकेश कुमार, सी.टी.मेडिकल सुभाष, विपिन कुमार ने पूर्ण सक्रियता और तत्परता प्रशिक्षण को संचालित किया। इस अवसर पर सभी शिक्षक साथियों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपस्थिति शोभायमान रही।

एनडीआरएफ एक शीर्ष संगठन है जिसमें महानिदेशक के अलावा कई महानिरीक्षक (IG) और उप IG होते हैं, जो ध्वज अधिकारी होते हैं और रैंक के बैज पहनते हैं।