आज दिनांक 29/7/24 को महाविद्यालय में एक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। 'इन्वेस्टर्स समिट' पर आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय में कार्यरत B. Com. Hons विभाग के अध्यक्ष और NSE के रजिस्टर्ड रिसोर्स पर्सन डा मनीष टंडन ने बहुत विस्तार से 'फाइनेंशियल प्लानिंग' के विषय में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि हमें अपने investment को एक जगह ना लगाकर विविधता रूप में करना चाहिए जिससे फाइनेंसियल रिस्क भी कम हो जाता है।इसतरह हम अपने और अपने राष्ट्र की economy growth में अपना योगदान दे सकते हैं। आपने share market, mutual funds, insurance, pension plan, gold bond आदि विषय के बारे में सविस्तार उत्कृष्ट और सूक्ष्म जानकारी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो वीर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि 'फाइनेंसियल लिट्रेसी' वर्तमान समय की मांग है जिसके अभाव में शिक्षित सेवारत वर्ग भी अव्यवस्थित और अव्यवहारिक आर्थिक स्थिति में फंसकर नुकसान कर बैठते हैं। प्रो मनन कौशल ने कहा कि महाविद्यालय इस तरह के समृद्धशाली कार्यक्रम आयोजित करके सम्पूर्ण विश्वविद्यालय में अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। चीफ़ प्रॉक्टर डॉ नवनीत विश्नोई ने कहा कि महाविद्यालय अपने बहुआयामी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। फाइनेंसियल इंवेस्टमेंट बचत, विनिमय और लाभांश की एक क्रमबद्ध और सुसज्जित योजना है। डा हिमांशु शर्मा और डॉ हरेंद्र कुमार ने विनिमय के रिस्क और सुरक्षा को लेकर प्रश्न पूछे। जिसका मुख्य वक्ता डॉ मनीष टंडन और विषय विशेषज्ञ प्राचार्य जी ने बड़े ही सारगर्भित एवं तार्किक तरीके से प्रत्युत्तर दिया। फाइनेंशियल समिट के इस आयोजन में महाविद्यालय परिवार से लगभग 50 प्राध्यापकों ने सहभागिता की और वर्तमान समय की मांग 'फाइनेंशियल जागरूकता' के संबंध में अपना ज्ञानार्जन किया। इस अवसर पर श्री निखिल दास, डॉ बबलू सिंह, डॉ रश्मि गुप्ता, डॉ आभा सिंह, डॉ मनमोहन सिंह, डॉ राजकिशोर शुक्ला, डॉ गीतेश अग्रवाल, डॉ ऋतुराज, डॉ विशेष, डॉ राजनलाल, डॉ एनपी मौर्य, डॉ अनुराग पाण्डेय, डॉ जितेन्द्र, डॉ ज्ञानेश, डॉ मोहित शर्मा, डॉ सत्यप्रकाश परमार, डॉ पूनम, डॉ शिवानी आदि उपस्थित रहे।