जे.एस. हिंदू पी.जी. कॉलेज, अमरोहा द्वारा यशस्वी संस्थापक, स्वनामधन्य,उदारचेता, निष्काम कर्मयोगी और दानवीर साहू जगदीश सरन जी की 124 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 29 अक्टूबर को देश के प्रख्यात ओजस्वी व यशस्वी कवियों और श्रीमंत/श्रेया की शोभायमान उपस्थिति की पावमानी वेला में एक भव्य 'अखिल भारतीय कवि सम्मेलन' का आयोजन किया गया। जिसमें देश विदेश में ख्याति प्राप्त वीर रस व ओज के प्रखर हस्ताक्षर और भीष्म पितामह कवि डॉ हरिओम पंवार , श्रृंगार, माधुर्य, करुणा की साधिका डॉ अनामिका जैन 'अम्बर', हास्य-व्यंग कुशल शिल्पी डॉ प्रवीण शुक्ल, वीर रस एवं ओज का सशक्त यौद्धा श्री सौरभ जैन 'सुमन', गायन कला द्वारा तीखे,मीठे व शब्द भेदी श्री सुदीप भोला, सौम्य, शालीन और आदर्श अभिव्यक्ति के कलमकार श्री राजीव राज सहित अभ्यागत वैशिष्ट्य (श्रीमंत/श्रेया) के प्रति अपनी आदरेय भाषा शैली एवं बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिए कवि मंच से सराहे, दुलारे और लाड़े गए महाविद्यालय में संस्कृत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अरविंद कुमार शास्त्री ने भाग लिया। पेश हैं कुछ झलकियां अंधियारों में शब्द ज्योति का उजियारा गाता हूं मैं उमरिया एक सड़क वीरान मैं तेरे नाम हो जाऊं तू मेरे नाम हो जाए कवि सम्मेलन का भाव प्रवीण एवं कुशल संचालन श्री सौरभ जैन 'सुमन' जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर काव्य पाठ करते हुए आपने काश्मीर में हो रही पण्डितों की अनवरत हत्या पर कहा राष्ट्रभक्ति के पृष्ठों से तुम नाम भले कटवा देना कांग्रेसी तुम्हें देख देख कर पुकारते हैं उनके कर्मों की सुगंध से अमरोहा महका है इस कार्यक्रम से पहले प्राचार्य वीर वीरेंद्र सिंह ने महाविद्यालय में स्थापित साहू जगदीश सरन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर और प्रतिमा के चरण स्पर्श कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और महाविद्यालय की गति प्रगति, संवर्धन एवं विकास के लिए पूर्ण निष्ठा, मनोयोग, समर्पण, लगन और प्रतिबद्धता का संकल्प लिया।
धरती से आतंकवाद का निपटारा गाता हूं मैं
मेरी कलम कामना गाती है जबकि खुशहाली की
लेकिन दिल में आग भरी है दुनिया की बदहाली की
-डॉ हरिओम पंवार
कहां है मंजिल किसको ध्यान
-श्री राजीव राज
मैं तेरे नाम हो जाऊं तू मेरे नाम हो जाए
राधा सा मीरा सा विरह मंजूर है मुझको
बनू मैं रुकमणी तेरी तू मेरा श्याम हो जाए
-अनामिका जैन अंबर
मेरे जिस्म के टुकडे चीलों कंवों को खिलवा देना
मैं कहता हूँ एक बार कश्मीर भी दे दो योगी को
आतंकवाद यदि बचे तो मुझको इन्चों में कटवा देना
-सौरभ जैन सुमन
इंदिरा जी जैसी तस्वीर लगती हो तुम
भाषण वालों ने कहा तुम्हें नहीं छोड़ने के
क्योंकि हमको तो कश्मीर लगती हो तुम
-डॉ प्रवीण शुक्ला
विद्या की घुट्टी पी करके शक्ल क्षेत्र चहका है
सहजतया गुण और विशेषण जहां आश्रय पातें
वही तपोमूर्ति साहू जगदीश सरन कहलाते
-डॉ अरविंद कुमार शास्त्री
आयोजन के शुभारंभ में सुविख्यात कवि वृंद और विशिष्ट अतिथियों मुरादाबाद मंडल के आयुक्त श्री आज्जनेय कुमार सिंह जी और उनकी सहधर्मिणी, टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन जी, जिलाधिकारी अमरोहा श्री बालकृष्ण त्रिपाठी जी, एडीएम श्री भगवान शरण जी, अमरोहा नगरपालिका चेयरमैन श्रीमती शशि जैन जी और उनके भालतिलक व सहधर्मेता श्री अतुल जैन जी और भवनिष्ठ महाविद्यालय प्रबंधतंत्र व प्राचार्य के द्वारा 'मां शारदे' की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया और तत्पश्चात अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए; तत्पश्चात सोशल मीडिया और टेलीविजन की प्रख्यात कवियत्री डॉ अनामिका जैन 'अम्बर' ने बड़े ही श्रद्धा और प्रेम से 'मां शारदे' की वंदना प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमूह को मंत्र मुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंध तंत्र और शैक्षिक परिवार द्वारा देश के जाने माने कवि वृंदों को माला पहनाकर और अंगवस्त्र ओढ़ाकर नेह पूर्ण सम्मानित किया गया। इसके बाद लगभग रात्रि 2:00 बजे तक कवि सम्मेलन चलता रहा। कार्यक्रम की मुख्य विशेषता यह रही कि मंडलायुक्त, अमरोहा के जिलाधिकारी, एडीएम, नगर पालिका चेयरमैन, प्रबंध तंत्र के पारिवारिक सदस्य, विशिष्ट अतिथि और कवि व कविता प्रेमी कार्यक्रम के अंत तक उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त को श्री योगेश कुमार जैन, मंत्री, मंडलायुक्त जी की सहधर्मिणी को श्रीमती देवाक्षी जैन ने, जिला अधिकारी अमरोहा को श्री संजय मालीवाल अध्यक्ष ने, कुलाधिपति टीएमयू को श्री उमेश कुमार गुप्ता कोषाध्यक्ष ने, एडीएम को श्री लीलाधर अरोड़ा उपाध्यक्ष ने, नगर पालिका अमरोहा चेयरमैन को श्रीमती नीरु जैन ने इस अवसर पर प्रतीक चिन्ह, अंग वस्त्र और माल्यार्पण के द्वारा सम्मानित किया